टीबी क्या है?

क्षय रोग (टीबी) किसी को भी हो सकती है

टीबी किसी को भी हो सकती है। यह केवल नशेड़ी, गरीब लोग, या मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों तक सीमित नहीं है।

कुछ लोगों को टीबी होने का खतरा अधिक होता है, लेकिन वास्तव में टीबी किसी को भी हो सकती है।

टीबी जानलेवा हो सकती है

टीबी एक गंभीर बीमारी है जिससे आप धीरे-धीरे गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं।

अगर सही इलाज न मिले तो आप मर सकते हैं।

सही इलाज से जान बचती है

टीबी का सही इलाज करने से आप पूरी तरह से ठीक हो सकते हैं।

अगर आपने इलाज शुरू करने में देरी की, तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं ।

इसलिए टीबी का पहचान सीखिए और बीमार होने पर जल्द ही डॉक्टर को दिखाएं।

टीबी हवा से फैलती है

टीबी मरीज़ के खांसने, छींकने या सांस छोड़ने से टीबी कीटाणु निकल के हवा में फैल जाते हैं।

हवा में फैली हुई टीबी कीटाणु दूसरों के सांस लेने से उनकी फेफड़ों में पहुंच जाती हैं।

सब लोग सांस लेते हैं इसलिए टीबी किसी को भी हो सकती है।


क्या मुझे टीबी है ?

टीबी की पहचान

क्या आपको इन में से कोई दिक्कत हैं?

* दो हफ्ते से अधिक खांसी

* बुखार या रात में पसीना

* वजन कम होना

* थकान और कमज़ोरी

अगर हाँ, तो आपको टीबी हो सकती है।

जल्द ही डॉक्टर को दिखाना

यह पता लगाने के लिए कि आपको टीबी है या नहीं, किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है, जैसे सरकारी स्वास्थ्य केंद्र या सरकारी हॉस्पिटल का डॉक्टर।

अगर आपकी खांसी (या अन्य लक्षण) 2 या उससे अधिक हफ्तों तक बनी रहती है तो डॉक्टर से मिलकर पूछें “क्या यह टीबी हो सकती है?” अगर वह जांच लिखें तो जांच अवशय करायें ।

अगर संभव हो तो परिवार वालों या दोस्तों में से किसी को अपने साथ ले चलें।

टीबी के प्रकार

टीबी एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित कर सकती है।

टीबी सबसे ज़्यादा फेफड़ों पर असर करती है। फेफड़ों में टीबी होने पर खांसी, सांस लेने में तकलीफ़ और सीने में दर्द होता है।

जब टीबी शरीर के दूसरे हिस्सों में लगती है, तो उस की वजह से सिरदर्द, दौरे (फिट), पेट में दर्द, चलने में दिक्कत,
हड्डियों में दर्द या गर्दन या बगल में गांठ जैसी समस्या हो सकती है।

  • अगर डॉक्टर को लगता है कि आपके फेफड़ों में टीबी है, तो आपको बलगम जांच करना होगा। आपको छाती का एक्स-रे भी करवाना पड़ सकता है।

    फेफड़ों में टीबी आपके खांसने, छींकने और सांस छोड़ने से हवा के ज़रिए दूसरों को फैलती है।

  • जब शरीर की किसी दूसरी जगह में टीबी का शक है, तो यह जानने के लिए कि यह टीबी है या नहीं, अन्य जांचों किए जाएंगे, जैसे कि एम.आर.आई (MRI), सी.टी स्कैन (CT), अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, या सुई से सैंपल निकाल कर जांच होता है (एफ.एन.ए.सी)।

    फेफड़ों से बाहर टीबी दुसरे लोगों को नहीं फैल सकती है।


टीबी का इलाज

सही दवा का पूरा कोर्स से टीबी ठीक हो जाती है

आपके शरीर में टीबी चाहे कहीं भी हो, टीबी को ठीक करने के लिए वही दवाइयाँ इस्तेमाल की जाती हैं।

अगर आपको टीबी पता चले, तो जल्द से जल्द अपना टीबी इलाज शुरू करें।

टीबी को पूरी तरह से ठीक करने के लिए दवाई का पूरा कोर्स खाना है। डॉक्टर के कहने पर ही दवा को बंद करें।

मुफ्त जांच और मुफ्त इलाज

सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में टीबी की जांच और इलाज पूरी तरह से मुफ्त है।

आप किसी निजी (प्राइवेट) डॉक्टर या अस्पताल में भी दिखा सकते हैं, लेकिन जांच और पूरा इलाज कराना काफी महंगा पड़ेगा।

यह सुविधा सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त में उपलब्ध है।

आम तौर पर टीबी का इलाज 6 महीने चलता है

टीबी इलाज को पाबंदी से पूरा करना बहुत ज़रूरी है। टीबी इलाज आम तौर पर 6 महीने चलता है।

आपको दवा खाते एक महीने के अंदर सेहत का काफी सुधार आना चाहिए, लेकिन डॉक्टर के कहने तक दवा लेना बंद न करें।

तभी टीबी पूरी तरह से ठीक हो पायेगी।


मेरे घर वाले या दोस्त को टीबी है

जब किसी को टीबी हो जाती तो उसको अक्सर अपने परिवार, दोस्त और पड़ोसी की मदद की ज़रूरत पड़ सकती हैं ।

अगर आपका कोई जानने वाले को टीबी है, तो उसे अकेले इलाज करने न छोड़ें, बल्कि उसे सहयोग दें।

मुझे खांसीया बुखार आ रहा है, वजन कम हो रहा है या रात में पसीना आ रहा है - क्या मुझे टीबी है ?

अगर आपको इन में से कोई दिक्कत हैं तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना चाहिए

जब आप डॉक्टर को दिखाएंगे तो उन्हें ज़रूर पूछिए कि “क्या यह टीबी हो सकती है?”। अगर संभव हो तो परिवार वालों या दोस्तों में से किसी को अपने साथ ले चलें।

अगर आप अपनी टीबी का इलाज जल्दी शुरू करा लें, और इलाज पूरा करा लें, तो आप पूरी तरह से ठीक हो सकते हैं। देर से इलाज शुरू होने से पूरी तरह ठीक होना कठिन हो जाता है।

फेफड़ों में टीबी

टीबी जिस्म के अलग अलग जगह लग सकती है। अगर आपको ज़्यादा दिन से खासी है तो शायद फेफड़ों में टी बी है। फेफड़ों में टीबी का परीक्षण करने के लिए, आपको बलगम का नमूना देना होगा। अच्छा सैंपल देने के लिए, गहरी सांस लेना, कुछ सेकंड के लिए सांस रोकना, जोर से खांसना और फिर एक प्लास्टिक डिब्बी में बलगम थूकना। आम तौर पर आपको दो सैंपल देना होग। यह सैंपल महत्वपूर्ण है, पता करने के लिए कि क्या आपको वास्तव में टीबी है।

अगर जांच "नेगटिव" ⊖ आया, इसका मतलब है कि आपके बलगम में टीबी नहीं मिल सका। अगर आपके लक्षण रहे तो कुछ दिनों बाद डॉक्टर शायद बलगम जांच दोबारा करने को बताएँगे।

अगर जांच "पॉजिटिव" ⊕ आया, इसका मतलब है आपको टीबी है। याद रखें कि टीबी को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है सही उपचार के साथ। आगे क्या क्या करना है? अधिक जानकारी के लिए नीचे "मुझे टीबी का पता चला है" पढ़ते रहे।

फेफड़ों से बाहर टीबी

जब टी बी जिस्म की दूसरी जगह लग जाती, उस को पता करने  के लिए बलगम जांच के बदले दूसरी जांच की जाएगी, जैसे MRI, CT स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, या गिल्टी से सुई द्वारा सैंपल निकालना (FNAC)।  जहाँ भी टी बी है, सही दवा खाने से टी बी ख़त्म हो जाएगी और मरीज़ की तबियत ठीक हो जाएगी।


मुझे टीबी का पता चला है

टीबी का पता चलने पर आपको जल्द से जल्द टीबी का इलाज शुरू करना चाहिए। टीबी  इलाज के लिए, आपको ऐसी गोली खाना होगा जिस में चार दवाइयाँ मिलाई गयी हैं (आइसोनियाज़िड, रिफैम्पिसिन, एथमब्युटोल,और पायराज़ीनामाईड)। यही दवाएं आपकी टीबी को ठीक कर देंगी।  हो सकता है कि डॉक्टर आपको बुखार, खासी और कमज़ोरी (टी बी के लक्षणों) के लिए भी कुछ दवाई लिख देंगे, जिन से आपको जल्दी आराम मिलेगा लेकिन ऐसी दवाइओं से टी बी बीमारी ख़त्म नहीं होती।

आपको वजन की हिसाब से दवा खाना होगा - कम वजन वाले लोगों को कम गोली (2 या 3) खाना होगा, और ज़्यादा वजन वालों को ज़्यादा गोली (4 से 6) खाना होगा। जितनी गोली आपको बताया जाएगा, उतनी ही रोज़ खाना होगा, न कम, न ज़्यादा।

सरकारी डॉट्स (DOTS) सेंटर से आपको टी बी दवाई निशुल्क (मुफ्त) मिलेगी।  पहली बार दवा मिलने के लिए, डॉट्स स्टाफ को तीन चीज़ें दिखाना होगा: 1) डॉक्टर का परचा जिस पर लिखा है टी बी इलाज शुरू होने के लिए 2) आपका आधार कार्ड और 3) आपका बैंक खाता का पासबुक।  दवा मिलने के लिए, इन तीनों के फोटोकॉपी डॉट्स सेंटर ले जाइये।  इस से सरकारी "निक्षय" योजना में आपका ऑनलाइन पंजीकरण किया जाएगा। आपको एक निक्षय आई-डी दिया जाएगा जिसे आपको ध्यान से लिख के रखना चाहिए।

टी बी का इलाज आम तौर पर 6 महीने चलता है। पहले 2 महीने के बाद आपको दोबारा बलगम जांच करना होगा, जिसका "नेगेटिव" रिपोर्ट आने के बाद दवाई बदल जाएगी (एक दवा बंद हो जाती, बाकि तीन दवाएं चलती रहती)।  दवा 4 महीने और खाना होगा, फिर आखिरी बलगम जांच से पता चलेगा कि टी बी पूरी तरह से ख़त्म हुआ है।

आपको दवा खाते खाते एक महीने के अंदर सेहत का काफी सुधार आना चाहिए, लेकिन दवा खाना मत छोड़ना। अपने टीबी इलाज को पाबंदी से पूरा करना बहुत ज़रूरी है तभी टीबी पूरी तरह से ख़त्म हो जाएगी और दूसरों तक नहीं फैल सकती।


कभी कभी टी बी ऊपर बताई गयी दवाइओं से ठीक नहीं हो पाता - उसको "ड्रग रेसिस्टेंट" या दवा प्रतिरोधी टी बी कहते हैं। खास बलगम जाँच (CBNAAT) से डॉक्टर को मालुम होगा की आपकी टी बी आम टी बी दवाइयों से ठीक हो जाएगी या नहीं।  

अगर आपको दवा प्रतिरोधी टीबी है, घबराने की ज़रूरत नहीं है। डॉक्टर कुछ और जांचे करवाएंगे, फिर आपको कई अलग दवाएं खाना होगा, जैसे: बेडाक्विलीन, प्रीटोमैनिड, लिनेज़ोलिद,मोक्सीफ्लोक्सासिन और देलनामिड़। इन खास दवाइयों को भी मुफ्त में मिलना चाहिए, डॉट्स (DOTS) या डॉट्स+ (DOTS+) सेंटर से। आपका इलाज 6 महीने से 2 साल तक हो सकता है।


परिवार के किसी सदस्य या मित्र को टीबी है

टीबी से पीड़ित लोगों को अपने परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों से सहारा की आवश्यकता होती है। अक्सर टी बी का मरीज़ को काम या पढ़ाई छोड़ना पड़ता है, ज़्यादा कमज़ोर होने की वजह से। हम सब को दूसरों की हमदर्दी और साथ होने की ज़रूरत रहती है।  अगर आपका कोई जानने वाले को टी बी हो तो उसको अकेला इलाज करना न छोड़ें, बल्कि उनका साथ दें ।

टी बी मरीज़ को साथ देते देते आपको अपना ख्याल भी रखना चाहिए।  इन बातों का ध्यान दें:

  • सिर्फ फेफड़ो की टीबी दूसरों को फैलती है; अगर टी बी जिस्म की दूसरी जगह है तो आपको नहीं फैल सकती

  • अगर मरीज़ तीन या चार हफ्ते से टीबी की दवा खा रहा है तो उसकी टी बी नहीं फैलेगी (दवा प्रतिरोधी टी बी के लिए चार पांच महीने के बाद टी बी नहीं फैलेगी)

  • इलाज की शुरुआत में, जब टी बी फैल सकती है, ज़्यादा देर तक मरीज़ के साथ बंद जगह न रहना, बल्कि बाहर बैठो या खिड़की खोलो

  • मरीज़ को दूसरों के आस पास न खाँसना/छींकना न थूकना चाहिए

  • टी बी हवा से ही फैलती है।  इसलिए कोई ज़रूरत नहीं है कि मरीज़ को अलग से बर्तन रखे, खाना खाएं  या कपड़े धोए।

हमेशा याद रखें कि टीबी ठीक हो सकती है, और उपचार जारी रखने से टीबी फैलने की संभावना कम हो जाती है। आपका समर्थन और साथ देने से उन्हें इलाज पूरा करने का हिम्मत मिलेगा।


मुझे टीबी के कारण पैसों की दिक्कत हो रही है

भारत में, निक्षय पोषण योजना नामक सरकारी योजना से हर टी बी मरीज़ को इलाज़ के दौरान अपनी बैंक खाता में रु500 हर महीना मिल सकते हैं।  टीबी से पीड़ित हर व्यक्ति इसे प्राप्त कर सकता है। पैसा इसलिए दिया जा रहा है ताकि मरीज़ को दवा के साथ अच्छा खाना भी मिल जाए और पाबंदी से इलाज पूरा कर पाए।

योजना का फायदा उठाने के लिए आधार कार्ड और बैंक खाता की फोटोकॉपी डॉट्स सेंटर में देना है।

कभी-कभी पैसा कई महीनों बाद ही आता है। अगर दो चार महीने के बाद कोई पैसे नहीं आये तो ज़रूर डॉट्स सेंटर में पूछ लीजिये, या हेल्प-लाइन को 1800 116666 पर कॉल कीजिये। आपको उन्हें अपना निक्षय आईडी बताना होगा, जो की डॉट्स सेंटर आपको बता सकता है।

अगर इन बातों में कोई रुकावट हो तो आपका स्थानीय आशा कर्मचारी या जे.एस.के. (जन सेवा केंद्र) आपकी सहायता कर सकते हैं। हो सकता है कि आपके क्षेत्र में कोई संगठन या सहायता समूह होगा जो टीबी से पीड़ित लोगों की सहायता करता है।